Monday, 31 December 2012

mere shiv mandir ke diipak me bane shiv ling ki tasviir

mere shiv mandir ke diipak me bane shiv ling ki tasviir






कानून का सख्त होना ज़रूरी हैं

सभ्यता का विकास निश्चित रूप से हुआ हैं ,आज साक्षर युवा युवतियों की संख्या में वृद्धी हुई हैं
आज की जागरूकता जो हमें दृष्टिगोचर हो रही है यह उसी का परिणाम हैं
लेकिन अपराधियों से निपटने का तरीका सौ साल पुराना हैं
बलात्कार जिसमे हिंसा हो ,स्त्री को जान से मार देने की कोशिश हो ,उसकी कानूनी प्रक्रिया इतनी धीमी होती है
की आखिर में अपराधी प्राय: छूट जाया करते हैं ,कुछ पीड़ित लडकियाँ या स्त्रियाँ थक हार कर खुदखुशी तक कर लेती हैं
कईयों को जीवन भर अपमानित रहना पड़ता हैं ,
समाज का नज़रिया पूरी तरह से बदलने में हो सकता है और दो चार {क्योंकि भावी पीडी जो आज के युवा है बहुत समझदार है ,इसमे कोई शक नहीं हैं} साल लगे
लेकिन कानून तो तुरंत सख्त हो सकता हैं .,कानून का सख्त होना ज़रूरी हैं ,पुराने वकील ,पुराने जज ,पुराने थानेदार ,पुराने राज नेता और पुराने लोग ..सभी आज दोषी हैं
आज का युवा वर्ग जो चाहता हैं वही होगा ,यानि की सख्त कानून ,शीघ्र सजा
अपराधियों का मन किस तरह का होता है ,इसका अध्ययन करने के साथ साथ ,उन्हें सजा में रियायत प्रदान करने की कम से कम गुन्जाईस हो इस बात का भी ख्याल रखा जाए

बलात्कार एक मनोविकार है जिसका स्त्री के कपड़ो के पहनावे से कोई सम्बन्ध नहीं हैं ,दरअसल वर्तमान समय मे जब लड़कियों ,महिलाओं को बड़े शहरों में नौकरी करने के अधिक अवसर मिल रहे है ऐसी स्थिति में उन सबकी सुरक्षा के लिए यह और भी जरूरी हो जाता है की ..
इस कुत्सित विकार से ग्रसित लोग दण्डित होने से डरे /शासन अपना काम पहले करे ,लोग अपने घरों के बच्चो को अच्छे संस्कार देंगे ही

किशोर कुमार खोरेन्द्र

Sunday, 23 December 2012

shri shri ravishankar

मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर

01-सचिन ने 1989 में  अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण  किया था
23 वर्षों से रिकार्डों का अम्बार लगाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने
आज 23-12-12 को एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय  क्रिकेट से सन्यास ले लिया /
किशोर

Thursday, 20 December 2012

सार रूप में ....


सारांश के इस पृष्ट ...
पर सार रूप में ....-
1-प्रिय लेखकों की पुस्तकों पर चर्चा
2-प्रिय कवियों की कविताओं पर चर्चा
3-वर्तमान परिस्थितियों पर सारगर्भित टिपण्णी 
इत्यादि ..इत्यादि /
 
 किशोर कुमार खोरेन्द्र 

शुभारंभ में
स्वागत के तौर पर
मेरे घर के आँगन में निर्मित शिव मंदिर में प्रज्वलित दीपक की लौ
के भीतर बने शिव लिंग का चित्र प्रस्तुत हैं 


                                                                   ॐ नमह शिवाय