Saturday 5 January 2013

स्वकेंद्रित हो कर खुश होना ..

स्वकेंद्रित हो कर खुश होना ..
एक टी वि ,एक फ्रिज ,एक ऐ सी ,एक कार ,एक घर ,उसी तरह एक पत्नी या एक पति फिर एक या दो बच्चे
फिर आफिस या मिल के कार्य  का बोझ ,..क्योंकि प्रत्येक माह वेतन मिलेगा तभी तो ,लोन में क्रय  की गयी घर और कार की किश्त ,बिजली  बिल ,
फोन का बिल ,नौकर का खर्चा ,बच्चों  के स्कूल की फ़ीस ,रसोई गैस की कीमत ,डाक्टरों को इलाज़ के लिए
भारी रकम ...पटा पायेंगे .आदि आदि और न जाने क्या क्या ..किसे फुर्सत है .की वह किसी की भलाई करने के लिए
माह में एक दिन का वक्त निकाल पाए ..या सोच पाए ...

किशोर

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